हरियाणा का नूंह सोमवार को हिंसा की आग में जल गया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा निकाली गई बृजमंडल जिलाभिषेक यात्रा के दौरान दो समुदायों में हिंसक झड़प हो गई। हिंसा पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। विपक्षी पार्टियां हिंसा को लेकर राज्य सरकार को घेर रही हैं। वहीं, अब कांग्रेस पार्टी के नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीएम मनोहर के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि हिंसा को न रोक पाने के चलते सीएम को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
प्रशासनिक विफलता के कारण हरियाणा में हुई हिंसा- हुड्डा
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार को एहतियाती कदम उठाने चाहिए थे। राज्य में सरकार की प्रशासनिक विफलता के कारण हरियाणा में ऐसी स्थिति बनी। हम सरकार से मांग करते हैं कि वह राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए और दोषियों को न बख्शे। सरकार को इस घटना की नैतिक ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए और इसके बारे में तथ्यों को सार्वजनिक करना चाहिए।
सीएम मनोहर इस्तीफा दें- दीपेंद्र
दीपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हरियाणा में 10 साल कांग्रेस की सरकार रही है, लेकिन हमारे शासन में ऐसी कोई भी सांप्रदायिक हिंसा नहीं हुई है। वहीं, खट्टर के कार्यकाल के दौरान हरियाणा में कई बार ऐसे हालात बने हैं। उन्होंने कहा कि यदि खट्टर साहब इस जिम्मेदारी को निभाने में असमर्थ है तो इस्तीफा दें और हमें कमान सौंपें। हम दिखायेंगे कि हर व्यक्ति को सुरक्षा कैसे दी जाती है।